*दोहे*


 



1-हिंदी हो सब की भाष्य, 
यही हमारी आस,
एक दिन ऐसा आएगा,
पूरा रखें विश्वास, ।।

2-भाषाओं के नाम पर
बटे हुए हैं प्रदेश
निज भाषा सम्मान हो
श्रेष्ठ हो वही देश ,।।

3-हिंदी भाष्य माँ समान
करो सदा सम्मान,
अन्य भाषाएं भी सदा
रखतीं अपना मान, ।।

4-अपनी भाष्य हिंदी पर
करेंगें हम गुमान,
विश्व पटल पर छा रही
बनकर स्वाभिमान,।।

5-भारत की भाष्य हिंदी
जिसमें हो व्यवहार
जनमानस से मन मिले
प्राप्त हो सदाचार ,।।

 *विजया रायकवार ✍🏻

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