जयतु हिंदी भाषा
यशोधरा भटनागर
शहर-देवास
शिक्षा- बी. ए.ऑनर्स हिंदी
एम. ए हिंदी.,बी.एड
विधा-लघुकथा, कहानी,कविता
प्रकाशन-
1.लघुकथा संग्रह-एल्बम
2.कविता संग्रह-तरंगिणी
3.कविता संग्रह-रणवीर
उपलब्धियांँ -
*हिंदी विकास मंच द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित रचनात्मक लेखन में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त
*विद्यार्थी विकास मंच समिति, उज्जैन द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान।
*ग्लोबल इंटरनेशनल स्कूल (आबूधाबी)में शिक्षण तकनीक पर कार्यशाला आयोजन पर प्रशंसा पत्र
*विश्व हिंदी लेखिका मंच द्वारा महादेवी वर्मा मेमोरियल अवार्ड।
*समाज्ञा एवं हिंदी शिक्षण द्वारा हिंदी के प्रचार-प्रसार में योगदान हेतु सम्मानित।
*विश्व हिंदी लेखिका मंच द्वारा श्रेष्ठ कवयित्री सम्मान।
माटी से जुड़ी
घुट्टी में मिली
मातृ और परिवेश की
जड़ों और तनों की
बचपन और यौवन की
मातृभाषा! हिंदी भाषा!
विरासत और इतिहास की
रिवाज और परंपरा की
संस्कृति और संस्कार की
धर्म और विचारों की
हिंदी भाषा! हिंदी भाषा!
रिश्तो और नातों की
दादी और नानी की
चाची और मामी की
बुआ और मौसी की
हिंदी भाषा! हिंदी भाषा!
मां की ममता की
मां की लोरी की
पिता की गोद की
पिता के संबल की
दुख की करुणा की
सुख के आह्लाद की
हिंदी भाषा! हिंदी भाषा!
चौपालों और चबूतरों की
घर और आंगन की
दीपक और तुलसी चौरे की
रहट और पनघट की
हिंदी भाषा ! हिंदी भाषा!
वटवृक्ष सी व्याप्ती
सदा हरी ,सदा भरी
काल अकाल हरी-भरी
हिंदी भाषा ! हिंदीभाषा !
सप्त स्वर सरगम से
सजो सजाओ, मुखरित हो
व्यक्त हो अभिव्यक्त हो
हिंदी भाषा! हिंदी भाषा!
नमामि हिंदी भाषा!
जयतु हिंदी भाषा!
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें