आरंभ


 



 आरंभ अर्थात शुरुआत, जिसके अंतर्गत जीवन है तो रहस्यात्मक मृत्यु भी है ।

 बीजारोपण,पौधे से वृक्ष में बदलना,फिर अचानक उस वृक्ष,पौधे का सूख जाना, आंधी तूफ़ान में उसका गिरना,छोटा-बड़ा युद्ध ! ... यह सब एक आरंभ है, विश्वास,प्रार्थना,आत्मविश्वास,इच्छाशक्ति,अनुसंधान का । 
एक आरंभ है साहित्य के क्षेत्र में आरंभ चैरिटेबल संस्था की ओर से । साहित्यिक लोगों का आह्वान, उनकी कलम की स्थापना, उनकी कलम की पूजा, - आरंभ का उद्देश्य है । इसी उद्देश्य को निभाने में आरंभ रचनाओं को एक सही रूपरेखा देने में भी व्यस्त रहता है, 
"आरंभ उदघोष" इसी प्रयास का एक सुंदर स्तम्भ बनकर सामने है । 
यह आरंभ बना रहे, बीजारोपण,सिंचन का सिलसिला चलता रहे - इसके लिए इसके फेसबुक पेज से जुड़ें, 

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